लंबी देहर माइन्स :-
आज हम बात करेंगे एक ऐसी जगह की जो कहलाती तो देवभूमि है परंतु यहां पर होने वाली गतिविधियां देव भूमि का प्रतीक नहीं है भारत में यू कई स्थान है BEST TOURIST PLACES IN INDIA | HISTORY IN INDIA | TOURIST PLACES IN INDIA | HISTORICAL PLACES IN THE INDIA | INDIA LANDMARK | HISTORIC PLACES परंतु इनमें से एक भारत में स्थित उत्तराखंड राज्य के मसूरी शहर में एक खदान है जोकि अत्यंत उपयोगी थी एक समय में परंतु समय परिवर्तन के साथ-साथ यहां पर कुछ ऐसी गतिविधियां होने लगी जो साधारण तो नहीं थी मजदूरों ने बड़े ही मेहनत से इस खदान की खुदाई की थी परंतु कहते हैं ना कि प्रकृति यदि देना जानती है तो लेना भी जानती है ऐसा ही कुछ उत्तराखंड राज्य के मसूरी शहर की एक लंबी देहर माइन्स में हुआ आइए विस्तृत रूप से इस कहानी के बारे में जानते हैं
माइंस का इतिहास :-
कहते हैं कि इस लंबी देहर माइन्स की खुदाई लगभग 1990 में शुरू हुई जिसमें लगभग 50000 से 70000 मजदूर काम कर रहे थे और काफी कड़ी मेहनत के बाद यह लंबी देहर माइन्स तैयार हुई परंतु यह पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाई थी कुछ समय के पश्चात इस में कार्य करने वाले मजदूर जो कि उस समय कार्यरत थे इस लंबी देहर माइन्स में वे सब मजदूर अचानक से सब के सब एक साथ मरने लगे जब सभी मजदूरों के शवों की शिनाख्त हुई तो डॉक्टर ने बताया कि इन मजदूरों के फेफड़े में इन्फेक्शन था यहां के स्थानीय निवासियों का यह भी मानना है कि यहां पर कोई भूत-प्रेत का साया है परंतु डॉक्टर मानते हैं कि यहां पर खुदाई करते वक्त अचानक से इस माइंस में हानिकारक गैस का रिसाव हुआ और इसी निकाल गैस के रिसाव के कारण मजदूरों के फेफड़े में इन्फेक्शन हो गया परंतु जब तक हालात की पूरी जानकारी हुई मजदूरों की मौत हो चुकी थी |
source :google
भौगोलिक गतिविधियां :-
वैसे तो पृथ्वी ब्रह्मांड का अत्यंत सुंदर विषय है परंतु इस पृथ्वी की रचना आज भी विचार विषय का बनी हुई है इस प्रकृति की परिकल्पना एक ऐसा आधार है जिससे जाने अनजाने सभी प्रभावित होते हैं पृथ्वी के भूगर्भ में कई परते हैं इनमें से कुछ परते मृदा की कुछ प्रत्येक गैस की त्तथा कुछ परते पानी और अन्य तरल पदार्थ की है इसी कारण जब जब हम पृथ्वी की इन परतो की खुदाई करते हैं हमें कुछ ना कुछ मिलता रहता है फिर चाहे गैस हो या भिन्न-भिन्न प्रकार की मृदा या फिर तरल पदार्थ कुछ ऐसे तत्व प्राप्त होते हैं जो अच्छे होते हैं और कुछ ऐसे भी तत्व प्राप्त होते हैं जो अत्यंत हानिकारक होते हैं |
माइंस का रहस्य :-
इस माइंस को खोदते समय अचानक से इतनी बड़ी संख्या में मजदूरों की मृत्यु होना अत्यंत चिंता का विषय था यही कारण है कि आज भी इस स्थान पर कुछ कुछ आवाजें सुनाई देती हैं या आवाजें बड़ी भयावह होती हैं और यहां के स्थानीय निवासियों के अनुसार इस माइंस से अत्यंत भयावह आवाजें आती हैं जैसे किसी के भागने की किसी के रोने की आदि यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि इस माइंस के आसपास रात्रि में विचरण करना जानलेवा वह हानिकारक होता है कई लोगों का मानना है कि यहां से रात्रि में जो भी गुजरता है वह वापस नहीं लौटता अपने घर पर कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यहां के आसपास गुजरने पर अचानक से धुंध छा जाता है और इस धुंध में भयावह आकृति पाई जाती है जो कि दिखने में अत्यंत डरावनी होती है लोगों का कहना है कि इस माइंस के आसपास एक चुड़ैल रहती है जोकि और साधारण तौर पर विचरण करती है इस माइंस के आसपास शायद यही वह वजह है कि यहां पर लोगों ने इसे भूतिया मान लिया है क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में लोगों का मरना साधारण तो नहीं था
A.S.I Team Survey in Mines :-
एक समय ऐसा आया कि इस माइंस का विषय बहुत बड़ा हो गया और इसकी कहानियां भी बहुत बड़ी हो गई जब यह विषय अत्यंत गंभीर और चर्चित हो गया तो भारत की और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया टीम ने जांच करने की सूची जब टीम यहां पर जांच करने आई तो उन्होंने पाया कि यहां पर सच में पैरानॉर्मल एक्टिविटी अर्थात भूतों का होना आत्माओं का होना और ऐसी आवाजें आना सत्य घटना है यहां पर सच में आत्माएं वास करती हैं और एएसआई टीम ने यहां पर अपना बोर्ड लगा दिया जैसा कि हम पहले भी आपको बता चुके हैं कि ऐसी जगह पर रात्रि में जाना वर्जित है और खतरे से खाली नहीं है इसी कारण हम आपको सचेत करना चाहते हैं कि आप जब भी ऐसी जगहों पर जाएं तो संपूर्ण जानकारी व संपूर्णता के साथ जांच पड़ताल कर लें |
source :google
No comments:
Post a Comment